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रत्न शब्द का प्रयोग श्रेष्ठ के अर्थ में  किया जाता है, जो पदार्थ अपने वर्ग में  श्रेष्ठ हो उसे रत्न कहा जाता है  रत्न तीन प्रकार की श्रेणी में होते है पाषाण रत्न, प्राणी रत्न  एवं वनस्पति रत्न।

रत्नों की श्रृखंला बहुत बृहद है, भारतीय मातनुसार चौरासी रत्न  हैं लेकिन नवरत्नों का प्रयोग ही सर्वाधिक किया जाता है। इन नौ रत्नों को सौरमण्डल के नौ ग्रहों का प्रतिनिधि माना जाता है।

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